Friday, January 11, 2019

उपलब्धि: अंतरिक्ष मिशन में शामिल हो सकता है रांची में बना ये रोबोट

Rashmi
रांची में बने रोबोट रश्मि (rashmi robot) से मिलने इसरो, बेंगलुरु की दो वैज्ञानिकों की टीम गुरुवार को रांची पहुंची। इसरो के वैज्ञानिकों ने रश्मि के निर्माता रंजीत श्रीवास्तव से अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए रोबोट के इस्तेमाल की संभावनाओं और तकनीक पर चर्चा की। वैज्ञानिकों ने विभिन्न अंतरिक्ष परियोजनाओं में मानव पर होने वाले असर को साझा किया। टीम में वैज्ञानिक रघु और तीरथ दास शामिल थे।
मौके पर इसरो की टीम ने रश्मि से बातचीत कर उसकी काबिलियत को परखा। रश्मि ने अपनी क्षमता से इसरो के वैज्ञानिकों को प्रभावित किया। इससे वैज्ञानिकों ने रश्मि को अंतरिक्ष के बड़े मिशन में शामिल करने की संभावना जताई। यह रोबोट स्मार्ट इंटेलिजेंस से लैस है।
स्मार्ट इंटेलिजेंस से चेहरे पहचानने की क्षमता है रश्मि में
इसरो के वैज्ञानिकों को प्रभावित करने वाला रोबोट रश्मि दुनिया का पहला रोबोट है जो लिंग्विस्टिक इंटरप्रिटेशन सिस्टम पर काम करता है। साथ ही यह पहली मल्टि लैंग्विस्टिक सिस्टम वाला रोबोट है। वह किसी भी भाषा को आसानी से समझ और बोल सकता है।
इसमें स्मार्ट इंटेलिजेंस और विजुअल डाटा के साथ चेहरे को पहचानने की क्षमता भी विकसित की गई है। अपनी इन क्षमताओं के कारण ही रश्मि रोबोट बेझिझक किसी भी प्रश्न का उत्तर दे सकता है। साथही रोबोट रश्मि में डाले गए प्रोग्राम की वजह से मानवीय संवेदनाओं को समझने की खासियत भी उसमें विकसित की गई है।
सेलिब्रेटी बन चुका है रोबोट
रोबोट रश्मि ने पिछले साल दुनिया की पहली रेडियो जॉकी होने का तमगा हासिल किया है। वहीं आईआईटी दिल्ली की प्रदर्शनी में रश्मि रोबोट को इंजीनियर्स ने सराहा है। रश्मि को विभिन्न तकनीकी संस्थाओं में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया जा रहा है। फरवरी में चेन्नई के एक संस्थान ने बतौर अतिथि आमंत्रित किया है।

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