News

   दोस्तों जैसा की आप सभी जानते है की हम सब जिस दुनिया में रहते है।  तो यहाँ पर कुछ न कुछ ऐसा होता है जिसे हम जानकर दुखित होते है या खुश होते हैं। 

जिसे News कहते हैं यह हमे रेडियो , टेलीविज़न  या समाचार पत्रों द्वारा मिलता है। 
    दोस्तों क्या आप News Paper का फुल फॉर्म जानते है अगर हा तो ठीक है लेकिन नहीं जानते है तो मैं आपको बता देता हूँ। 

News Paper ( North East West South Past And Present Event Report) होता हैं। 

दोस्तों मैं इस पेज में आप सब को न्यूज़ की जानकारी दूंगा जिसे पाकर आप सब देश -दुनिया से परिचित होते रहें।   यही हमरी कोशिस रहेगी। 

दोस्तों आप निचे दिए गए लिंक पर जाकर न्यूज़ पढ़ सकते हैं।


Thanks & Welcome. 



1.https://www.bhaskar.com/

2.https://www.livehindustan.com/

3.https://www.jagran.com/

4.https://www.amarujala.com/

5.https://aajtak.intoday.in/livetv.html

6.https://abpnews.abplive.in/

7.https://www.sumanasa.com/

8.https://khabar.ndtv.com/

9.http://zeenews.india.com/hindi

10.https://www.punjabkesari.in/




दोस्तों  आप निचे दिए गए  स्टार वाले लिंक पर जाकर पुरे दुनिया यानि वर्ल्ड की न्यूज़ पेपर को सर्च कर सकते हैं। 


*...  https://www.w3newspapers.com/





    दोस्तों  आप सब  को ये कैसा लगा हमे कमेंट्स बॉक्स में  जरूर बताएं। 


फेसबुक ने 2012 में बनाई थी डाटा बेचने की योजना

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सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने कुछ साल पहले यूजर्स का डाटा बेचने की योजना बनाई थी। लेकिन बाद में उसने इसके खिलाफ कार्रवाई करना तय किया। गैर-कानूनी अदालती दस्तावेज देख चुकी एक वेबसाइट के अनुसार, फेसबुक ने वर्ष 2012 में यूजर डाटा के अपने प्रमुख कोष को कंपनियों को देने के लिए ढाई लाख डॉलर की कीमत तय की थी। रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2014 में फेसबुक ने पहले की ग्राफ एपीआई की कार्यप्रणाली बदल दी। इसके कंपनी ने कुछ डाटा को प्रतिबंधित कर दिया और जून 2015 तक पूर्ववर्ती संस्करण के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया।
फेसबुक कर्मियों ने कुछ विज्ञापनदाताओं को यूजर डाटा के बदले और ज्यादा रुपये देने का दवाब डालने पर चर्चा की। वहीं फेसबुक ने विभिन्न कंपनियों को ग्राफ एपीआई की ‘वी1.0’ को चलाने की अनुमति दी। इन कंपनियों में निसान, रॉयल बैंक ऑफ कनाडा थीं और अब क्रिस्लर/फिएट, लिफ्ट, एयरबीएनबी और नेटफ्लिक्स के अतिरिक्त अन्य कंपनियां हैं।
कंपनी ने बचाव किया
हालांकि फेसबुक के एक प्रवक्ता के हवाले से कहा गया कि अदालती दस्तावेजों में निसान और रॉयल बैंक ऑफ कनाडा के अतिरिक्त क्रिस्लर/फिएट और अन्य कंपनियों का नाम गलती से आ गया। फेसबुक ने हालांकि अपना बचाव करते हुए कहा कि सिक्स4ट्री के दावों में कोई दम नहीं है और हम आगे भी जोरदारी से अपना बचाव करते रहेंगे।

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