Friday, January 11, 2019

खेल-खेल में ऐसे होगी बच्चों के दिमाग की कसरत, जानें इन मजेदार खेलों के बारे में

दोस्तों के साथ धमाल करना, तुम सबको अच्छा लगता होगा। खेल होते ही हैं मस्ती और मनोरंजन करने के लिए। आउटडोर गेम हों या इनडोर, ये सारे खेल तुम बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए फायदेमंद  होते हैं। तुम्हें हर दिन कुछ ऐसे खेल जरूर खेलने चाहिए, जिससे मनोरंजन के साथ-साथ तुम्हारी दिमागी कसरत भी हो सके। दरअसल, दिमागी कसरत तुम्हारे दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाने का काम करती है। अपने दिमाग को तेज और बुद्धिमान बनाने के लिए दोस्तों के साथ छोटे-छोटे दिमागी गेम खेल सकते हो। अगर तुम अपने दोस्तों के संग इस तरह का खेल खेलते हो तो अपनी याददाश्त को भी सुधार सकते हो। स्कूल से आने और अपना होमवर्क पूरा करने के बाद मनोरंजन के लिए कोई-न-कोई खेल तो तुम भी खेलते होगे। लेकिन क्या तुम्हें पता है कि मनोरंजन करने के साथ-साथ कुछ खेल दिमाग को तेज भी बनाते हैं। कुछ ऐसे ही मजेदार खेलों के बारे में बता रही हैं किरण मिश्रा
आवाज पहचानना
क्या तुम अपनी आंखें बंद करके किसी जानवर या पक्षी या फिर किसी अन्य चीज की आवाज पहचान सकते हो। है न मुश्किल काम, पर तुम कोशिश तो कर ही सकते हो। तुम दो-तीन दोस्त मिलकर इस गेम को मजेदार बना सकते हो। इसके लिए तुम्हें चाहिए होगा जानवरों और पक्षियों की आवाज वाला कैसेट, जो कि बाजार में आसानी से उपलब्ध है। इसे कंप्यूटर में तुम प्ले कर सकते हो। इसके बाद अपनी आंखें बंद करो, फिर कंप्यूटर से निकल रही आवाज को पहचानने की कोशिश करो। चूंकि इस गेम में तुम्हारी आंखें बंद होती हैं और ध्यान पूरी तरह से आवाज पर होता है, तो इससे एकाग्रता बढ़ती है।

ऐसे बढ़ेगा शब्दों का भंडार
गानों की अंताक्षरी तो सभी खेलते हैं, लेकिन तुम इसमें कुछ अलग कर सकते हो। अंताक्षरी की तर्ज पर ही तुम इसमें अलग-अलग थीम बना सकते हो, जैसे देश के नाम से एटलस या फिर किसी पशु-पक्षी के नाम से अंताक्षरी शुरू करो। नाम के अंतिम अक्षर से दूसरे दोस्त को कोई नाम बोलने के लिए बोलो। इस तरह कभी जानवरों के नाम से, तो कभी फल-सब्जियों के नाम से तुम अंताक्षरी खेल सकते हो। इससे शब्द ज्ञान तो बढ़ेगा ही, तुम्हारे शब्दकोश में कई सारे नाम भी जुड़ते जाएंगे। इससे तुम्हारा शब्द भंडार बढ़ेगा।  
ब्लॉक्स जोड़ना
अलग-अलग रंग के ब्लॉक्स को जोड़ते हुए जब तुम कोई आकृति बनाते हो, तो इस एक्टिविटी का भी तुम्हारे दिमाग पर असर पड़ता है। इससे रंग और आकार की तुम्हें पहचान तो होती ही है, तुम्हारी कल्पना-शक्ति का भी विकास होता है। इस एक्टिविटी से तुम्हारी रचनात्मकता
बढ़ती है।

खो गई चीज को ढूंढ़ो
वर्ग पहेली में किसी मिसिंग शब्द को भरने की बात हो या फिर कमरे में रखी किसी चीज को ढूंढ़ने की बात, खोई चीज को ढूंढ़ना भी तुम्हारे लिए मजेदार खेल साबित हो सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो इस तरह के खेल मस्तिष्क को प्रोत्साहित करने का काम करते हैं। जब तुम मिसिंग चीजें या शब्द ढूंढ़ते हो तो उस समय दिमाग ज्यादा फोकस होता है। तुम अपनी याददाश्त पर जोर देते हो। इससे धीरे-धीरे तुम्हारी स्मरण शक्ति बढ़ने लगती है। इससे सोचने, याद रखने और फोकस करने की शक्ति बढ़ती है।
जब तुमको कोई इनडोर गेम खेलने का मन करे तो मिसिंग नंबर्स या लेटर्स खेलो। या तुम ऐसा भी कर सकते हो कि एक कमरे में कुछ खास चीजें रख दो। फिर अपने दोस्तों को बोलो कि वे उसे ध्यान से देखें। इसके बाद उन्हें कमरे से बाहर जाने के लिए बोलो। अब एक-दो चीजें वहां से हटा दो  या उनकी जगह बदल दो। फिर उसे पहचानने के लिए बोलो। फिर देखो कि कौन देता है सही जवाब। इस खेल में मजा तो तुम्हें आएगा ही, साथ ही तुम्हारी याददाश्त भी बढ़ेगी। और अगली बार जब कोई तुम्हारे बैग से कोई सामान निकालेगा तो तुम्हें पता चल जाएगा कि तुम्हारे बैग से कौन सी चीज गायब है। इन सबके अलावा दिमागी कसरत के लिए तुम सुडोकू, पजल्स वगैरह भी हल कर
सकते हो।
चेस से सीखोगे अनुशासन
अपने दोस्तों के साथ इस गेम को कई बार खेल चुके होगे। इस खेल में मोहरों को आगे बढ़ाते हुए एक-दूसरे की सेना पर आक्रमण करना होता है। इसके बाद अपने प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी के बादशाह को मात देनी होती है। लेकिन यह इतना आसान भी नहीं होता है, क्योंकि इस लड़ाई में दिमाग लगाने की जरूरत पड़ती है। अगर तुम रोजाना अपने दोस्तों या मम्मी-पापा के साथ चेस खेलो तो इससे गणित की कैलकुलेशन बहुत आसान लगने लगती है, क्योंकि यह गेम एकाग्रता और फोकस को बढ़ाता है। साथ ही इससे तुम अनुशासन भी सीखते हो।
विशेषज्ञ भी मानते हैं कि चेस का खेल खेलने वाले व्यक्ति की एकाग्रता और फोकस करने की क्षमता अन्य की तुलना में बहुत अधिक होती है। चेस खेलने से फैसले लेने की क्षमता का भी विकास होता है।
चेकर्स
चेकर्स भी काफी हद तक शतरंज की तरह ही होता है, लेकिन इस खेल के नियम कुछ अलग होते हैं। इसमें खिलाड़ियों को सिर्फ काले खानों में ही चलना होता है, वह भी सिर्फ तिरछा। सोचो, ऐसे में अगर रास्ते में तुम्हारे प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी का मोहरा आ जाए तो क्या करोगे। उसे हटाकर उस जगह पर कब्जा करना है तो दिमाग लगाना पड़ेगा।
इस काम को तुम तभी कर पाओगे, जब तुम एकाग्र मन से सोचोगे। धीरे-धीरे इस गेम को खेलते हुए तुम्हारा दिमाग एकाग्र होने लगता है और तुम अपने काम पर फोकस करना सीख जाते हो।

खेल सकते हो टंग ट्विस्टर
चंदू के चाचा ने, चंदू की चाची को, चांदनी-चौक में, चांदनी रात में, चांदी की चम्मच से चटनी चटाई।
इस वाक्य को बार-बार बोलने की कोशिश करो। पहली बार में शायद तुम सही बोल पाओ, मगर जैसे ही तुम इसे दोहराने की कोशिश करते हो तो जीभ लड़खड़ाने लगती है।
टंग ट्विस्टर होते ही ऐसे हैं, जिन्हें तुम बिना अभ्यास के नहीं बोल सकते। वैसे इस खेल को खेलते हुए तुम्हें हंसी भी खूब आती होगी। पर क्या जानते हो कि इस तरह के टंग ट्विस्टर मुंह की एक्सरसाइज का एक अच्छा माध्यम हैं। इस गेम में कुछ ऐसे वाक्य होते हैं, जिनका लगातार उच्चारण करना मुश्किल होता है। ये होते थोड़े अजीब हैं, पर इनका अभ्यास तुम्हारे उच्चारण को सुधारने के साथ याददाश्त को भी बढ़ा सकता है।

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