वर्ल्ड
कप 1975 में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच फाइनल खेला गया। वेस्टइंडीज
ने पहले खेलते हुए 8 विकेट पर 291 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम
274 रन बनाकर आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया 17 रन से हार गया। पहला खिताब उम्मीद
के मुताबिक वेस्टइंडीज ने जीता।
वर्ल्ड
कप 1979 में फाइनल मुकाबला वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच था। वेस्टइंडीज
ने पहले खेलते हुए 9 विकेट पर 286 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड 194 रनों पर
ढेर हो गया और वेस्टइंडीज ने दूसरा खिताब 92 रन से अपने नाम किया।
वर्ल्ड
कप 1983 में भारत की टीम ने कपिल देव के नेतृत्व में इस टूर्नामेंट में
भाग लिया। भारत की टीम को अन्य टीमों के मुकाबले कमजोर माना जा रहा था,
लेकिन कपिल देव की यह टीम फाइनल में पहुंच गई। फाइनल में उसका मुकाबला
वेस्टइंडीज से था। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 183 रन बनाए। जवाब में
वेस्टइंडीज की धुरंधरों से भरी टीम 140 रन पर ढेर हो गई।
वर्ल्ड
कप 1987 में वेस्टइंडीज के पतन के बाद इस बार फाइनल में ऑस्ट्रेलिया और
इंग्लैंड पहुंचे। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट पर 246 रन
बनाए। ऑस्ट्रेलिया की टीम जवाब में 3 विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया
और सात विकेट से मैच जीत गई। इस वर्ल्ड कप के बाद से ऑस्ट्रेलिया का दबदबा
शुरू हुआ।
वर्ल्ड
कप 1992 में इस बार फाइनल में फिर इंग्लैंड की टीम पहुंची। उनके सामने थी
इमरान खान के नेतृत्व में पाकिस्तान की टीम। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी
करते हुए 6 विकेट पर 249 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड की टीम 227 रन बना सकी
और 22 रन से हार गई। पाकिस्तान ने पहली बार वर्ल्ड कप जीत कर वर्ल्ड
क्रिकेट को अपनी ताकत बताई।
वर्ल्ड
कप 1996 में दो एशियाई टीमें वर्ल्ड कप जीत चुकी थी। इस बार फाइनल में
श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया पहुंचे। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए
241 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका ने 3 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया और 7
विकेट से ऑस्ट्रेलिया को हराकर खिताब जीता।
वर्ल्ड
कप 1999 में ऑस्ट्रेलिया ने खुद को एक बार फिर साबित किया। फाइनल में
ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान का मुकाबला हुआ। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी
करते हुए केवल 132 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट खोकर 133 रन
बनाए और दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा किया।
वर्ल्ड
कप 2003 में भारत इस टूर्नामेंट में दूसरी बार फाइनल में पहुंचा था, लेकिन
ऑस्ट्रेलिया के तेवर कुछ अलग ही थे। ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट खोकर 359 रन
बनाए। जवाब में भारत की टीम 234 रन पर ढेर हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने 125 रन
से मैच जीत लिया। यह ऑस्ट्रेलिया का तीसरा वर्ल्ड कप खिताब था।
वर्ल्ड
कप 2007 का फाइनल ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेला गया। ऑस्ट्रेलिया
ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट पर 281 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका की
टीम 8 विकेट पर 215 रन ही बना सकी और 53 रन से मैच हार गई। यह ऑस्ट्रेलिया
का लगातार तीसरा और वैसे चौथा खिताब था।
वर्ल्ड
कप 2011 में महेंद्र सिंह धौनी के नेतृत्व में टीम इंडिया एक बार फिर
फाइनल में पहुंची, जहां उनका मुकाबला श्रीलंका से था। श्रीलंका ने पहले
खेलते हुए 6 विकेट पर 274 रन बनाए। जवाब में भारत ने 4 विकेट खोकर लक्ष्य
हासिल कर लिया। धौनी ने छक्का मार कर भारत को जीत दिलाई। युवराज सिंह 'मैन
ऑफ द टूर्नामेंट' रहे।
वर्ल्ड
कप 2015 में पहली बार न्यूजीलैंड की टीम फाइनल में पहुंची। उसका मुकाबला
ऑस्ट्रेलिया से था, लेकिन पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की पूरी टीम
183 पर ढेर हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने 3 विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया।
ऑस्ट्रेलिया का यह पांचवा आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप खिताब था।
Nice words
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